भवानीमंडी नगरपालिका ने 2018 में घर-घर से कचरा इकट्ठा करने के लिए 10 ई-रिक्शा खरीदे थे, ताकि नगर को स्मार्ट सिटी बनाया जा सके। लेकिन इन ई-रिक्शा का उपयोग कभी सही तरीके से नहीं हुआ और अब ये गैराज में खड़े-खड़े कबाड़ बनते जा रहे हैं। बैटरियां गायब हो चुकी हैं और टायर भी जर्जर हो गए हैं।
ई-रिक्शा का इस्तेमाल क्यों नहीं हो रहा?
पालिका के गैराज इंचार्ज राजकुमार के अनुसार, ये ई-रिक्शा अभी भी ठीक हैं, लेकिन जब इनमें कचरा भरकर ले जाया जाता है, तो ब्रेकर पर आगे से उठ जाते हैं, जिससे हादसे का खतरा रहता है। इस कारण कर्मचारी इनका उपयोग नहीं कर रहे। अब सवाल यह उठता है कि अगर ये रिक्शा इतने हल्के थे कि सही से काम ही नहीं कर सकते, तो पालिका ने इन्हें खरीदा ही क्यों? यह जनता के पैसों की बर्बादी है।
खड़े-खड़े कबाड़ हो रहे ई-रिक्शा
पालिका ने सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए इन ई-रिक्शों को खरीदा था। शुरू के तीन महीने तक इनसे कचरा उठाया गया, लेकिन उसके बाद से ये गैराज में खड़े-खड़े खराब हो रहे हैं। अब जब ये ई-रिक्शा इस्तेमाल नहीं हो रहे, तो लोग मजबूरी में खुले में कचरा फेंक रहे हैं, जिससे जगह-जगह गंदगी के ढेर लग रहे हैं।
जल्द होगा ई-रिक्शा का उपयोग
पालिका के ईओ मनीष मीणा ने बताया कि ई-रिक्शा को जल्द ही फिर से उपयोग में लाया जाएगा। गैराज में चार्जिंग पॉइंट भी लगवा दिया गया है, ताकि इन्हें चार्ज करके दोबारा सफाई व्यवस्था में शामिल किया जा सके। अब देखना होगा कि यह फैसला कितना कारगर साबित होता है।