मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ने के लिए 6 लेन चौड़ी सड़क बनाई जा रही है। यह सड़क इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) द्वारा बनाई जा रही है, जिससे इंदौर के बढ़ते ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों की यात्रा आसान बनेगी।
कहां बनेगी यह सड़क?
- यह सड़क एमआर-12 रोड के रूप में जानी जाएगी।
- 9 किलोमीटर लंबी और 6 लेन चौड़ी इस सड़क का निर्माण शुरू हो चुका है।
- यह अरंडिया गांव से शुरू होगी और कैलोद हाला, भांग्या, कुमेड़ी होते हुए इंदौर-उज्जैन रोड से जुड़ जाएगी।
कौन-कौन से शहर होंगे जुड़े?
- यह सड़क इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर को जोड़ेगी।
- इससे महाकाल ज्योतिर्लिंग (उज्जैन) और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के बीच की दूरी कम हो जाएगी।
- अब श्रद्धालु इंदौर शहर में घुसे बिना ही सीधे उज्जैन से ओंकारेश्वर जा सकेंगे।
क्या होंगे फायदे?
✅ ट्रैफिक में लगेगा कम समय – सुबह-शाम के व्यस्त समय में इंदौर के ट्रैफिक को पार करने में 30 से 45 मिनट बचेंगे।
✅ भारी वाहनों का दबाव घटेगा – अभी भारी वाहन एमआर-11 रोड से होकर इंदौर शहर में आते हैं, जिससे ट्रैफिक बढ़ता है। एमआर-12 बनने से यह समस्या दूर होगी।
✅ रियल एस्टेट को मिलेगा बढ़ावा – 6 लेन सड़क के आसपास बसाहट बढ़ेगी, जिससे रियल एस्टेट सेक्टर में उछाल आएगा।
✅ सिंहस्थ 2028 से पहले तैयार होगी सड़क – इंदौर के संभागायुक्त दीपक सिंह के अनुसार सिंहस्थ महाकुंभ 2028 से पहले यह सड़क पूरी हो जाएगी।
बजट और निर्माण की जानकारी
- इस सड़क को बनाने में 200 करोड़ से ज्यादा का खर्च आएगा।
- रेलवे क्रॉसिंग और ब्रिज के निर्माण पर ही करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इस नई सड़क के बनने से इंदौर, उज्जैन और ओंकारेश्वर की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यातायात में होने वाली परेशानियां कम होंगी।