अदानी ग्रीन एनर्जी ने लिया बड़ा फैसला
भारत की बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी ने श्रीलंका में 3,840 करोड़ रुपये (442 मिलियन डॉलर) की पवन ऊर्जा परियोजना से पीछे हटने का फैसला किया है।
क्यों छोड़ी अदानी ने यह परियोजना?
श्रीलंका की नई सरकार ने बिजली की दर $0.0826 प्रति यूनिट से घटाकर $0.06 करने का फैसला किया। अदानी ग्रीन ने इस बदलाव के कारण परियोजना छोड़ने का निर्णय लिया और श्रीलंका के Board of Investment (BOI) को इसकी सूचना दी।
परियोजना की खास बातें
- कहां थी परियोजना? श्रीलंका के मन्नार और पूनेरिन क्षेत्रों में।
- क्षमता: 484 मेगावॉट।
- निवेश: 740 मिलियन डॉलर (लगभग ₹6,400 करोड़)।
- पूरा होने की तारीख: 2026 के मध्य तक।
- क्या हुआ बदलाव? श्रीलंका की नई सरकार ने जनवरी 2025 में अदानी के बिजली खरीद समझौते को रद्द कर दिया और सस्ती बिजली की मांग की।
क्यों हुआ विवाद?
- बिजली दरों में कटौती: नई सरकार सस्ती बिजली देना चाहती थी।
- भ्रष्टाचार के आरोप: पिछले प्रशासन पर इस परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
- पर्यावरणीय मुद्दे: पर्यावरण समूहों ने भी परियोजना का विरोध किया।
अदानी ग्रीन का बयान
“हम श्रीलंका की सरकार और उनके फैसलों का सम्मान करते हैं, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए हमने यह परियोजना छोड़ने का निर्णय लिया है।”
अदानी ग्रीन के शेयरों में उछाल
परियोजना छोड़ने की खबर के बाद अदानी ग्रीन के शेयर 2% बढ़ गए। निवेशकों को लगा कि इससे कंपनी की अनिश्चितताएं कम होंगी और अन्य प्रोजेक्ट्स पर ध्यान बढ़ेगा।
अब आगे क्या करेगा अदानी ग्रीन?
हालांकि अदानी ग्रीन ने श्रीलंका की यह परियोजना छोड़ दी है, लेकिन भारत और अन्य देशों में कंपनी की कई अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं जारी हैं। कंपनी अब दक्षिण एशिया और वैश्विक बाजारों में अपने विस्तार की संभावनाएं तलाश रही है।