पाली जिले में एक क्रोएशिया की महिला को साइबर ठगों ने ठगी का शिकार बना लिया। महिला पिछले दो दशकों से साध्वी बनकर विभिन्न आश्रमों में रह रही थी। ठगों ने उसे धमका कर और झांसा देकर 11.80 लाख रुपये की ठगी की।
महिला के मुताबिक, 4 जनवरी को उसके पास एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि उसका मोबाइल नंबर आपराधिक गतिविधियों में शामिल है और इसे जल्द बंद कर दिया जाएगा। फिर उसे मुंबई के अंधेरी ईस्ट थाने से एक व्यक्ति से बात करने के लिए कहा गया, जिसने खुद को पुलिस अधिकारी प्रदीप बताया। प्रदीप ने बताया कि किसी नरेश नाम के व्यक्ति ने उसके नाम पर बैंक अकाउंट खोलकर मनी लॉन्ड्रिंग की है।
ठगों ने महिला को डराकर कहा कि अगर वह अपना नाम केस से हटवाना चाहती है, तो उसे पैसे देने होंगे। डर के मारे महिला ने 7 जनवरी को पाली में बैंक से 11.80 लाख रुपये का चेक ठगों के बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया।
कुछ दिन बाद जब महिला ने ठगों से संपर्क करने की कोशिश की, तो सभी फोन नंबर बंद मिलें। उसने अंधेरी ईस्ट थाने के नंबर पर कॉल किया, तो पता चला कि वहां प्रदीप नाम का कोई पुलिस अधिकारी नहीं है। इसके बाद महिला को ठगी का एहसास हुआ और उसने पाली साइबर थाने में मामला दर्ज कराया।