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इस बार बसंत के मौसम में ही गर्मी का असर महसूस हो रहा है। तेज धूप के कारण दोपहर में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, और रात के समय भी तापमान बढ़ा हुआ है। न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है। मौसम में यह बदलाव ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण की उपेक्षा का परिणाम माना जा रहा है।
कैसा होता था पहले बसंत का मौसम?
बसंत ऋतु आमतौर पर हल्की ठंड और मध्यम धूप वाला मौसम होता है। पेड़-पौधों से पुराने पत्ते गिरने लगते हैं और नए पत्ते आने लगते हैं। लेकिन अब दोपहर में गर्मी अप्रैल-मई जैसी लगने लगी है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
भारत मौसम विज्ञान विभाग, भोपाल के अनुसार:
- 22 से 26 फरवरी तक मौसम साफ और शुष्क रहेगा।
- अधिकतम तापमान 31-32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13-14 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
- हवा उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व दिशा में 7-9 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
किसानों के लिए सलाह
- फसलों की सिंचाई समय पर करें।
- उर्वरकों का सही मात्रा में उपयोग करें।
- रोग-कीटों से बचाव के लिए पौधों की देखभाल करें।
उत्तर-पूर्वी हवा का असर
मौसम वैज्ञानिक डॉ. संत कुमार शर्मा के अनुसार, उत्तर-पूर्वी हवा के कारण तापमान बढ़ रहा है और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। हालांकि, हवा की दिशा अब बदल रही है, जिससे आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट होने की संभावना है।