REET Exam 2025: इस बार परीक्षा पैटर्न में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। पहले चार उत्तर विकल्प होते थे, अब पांच होंगे। गलत उत्तर देने पर निगेटिव मार्किंग भी होगी, जिससे परीक्षार्थियों को सोच-समझकर उत्तर देना होगा।
परीक्षा केंद्रों की परेशानी
इस बार कई परीक्षार्थियों को उनकी पसंद का परीक्षा केंद्र नहीं मिला।
- कई छात्रों को उनके गृह जिले में सेंटर नहीं मिला, जिससे उन्हें दूर-दराज के जिलों में जाना पड़ेगा।
- कुछ छात्रों को तो पहली और दूसरी पसंद के बजाय तीसरे जिले में सेंटर मिला है।
- महिला अभ्यर्थियों को भी दूर के सेंटर मिले हैं, जिससे यात्रा में दिक्कत हो रही है।
उदाहरण के लिए, श्रीमाधोपुर की अंजली गुर्जर ने सीकर और जयपुर को परीक्षा केंद्र के रूप में चुना था, लेकिन उसे ब्यावर में सेंटर मिला।
सीकर में 51 परीक्षा केंद्र बनाए गए
सीकर जिले में 51 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी।
- परीक्षा तीन पारियों में होगी।
- इसमें लेवल-1 और लेवल-2 के 16,000 से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल होंगे।
- जिला प्रशासन परीक्षा की तैयारियों में जुटा है।
चुनाव जैसी सुरक्षा व्यवस्था
परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए चुनाव की तरह एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम) जारी की गई है।
- पेपर और ओएमआर शीट की सुरक्षा
- कानून व्यवस्था और गोपनीयता बनाए रखना
- परीक्षार्थियों की जांच और सुविधा का ध्यान रखना
शिक्षकों की बैठक पर विवाद
परीक्षा में ड्यूटी वाले शिक्षकों की बैठक 26 फरवरी को रखी गई है, जो महाशिवरात्रि के दिन पड़ रही है।
- शिक्षक संगठन चाहते हैं कि यह बैठक 25 फरवरी को करवाई जाए।
बाहर के उम्मीदवारों से बढ़ी प्रतिस्पर्धा
REET परीक्षा में दूसरे राज्यों के उम्मीदवार भी शामिल होंगे।
- करीब 1.5 लाख परीक्षार्थी राजस्थान के बाहर से आ रहे हैं।
- अधिकतर सामान्य श्रेणी के हैं, जिससे स्थानीय अभ्यर्थियों को ज्यादा प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
- झुंझुनूं जिले में सबसे ज्यादा असर होगा, क्योंकि हरियाणा के कई परीक्षार्थी वहां परीक्षा देंगे।
REET 2025 के पासिंग मार्क्स
- सामान्य वर्ग के पुरुष परीक्षार्थियों को कम से कम 60% अंक लाने होंगे।
- आरक्षित वर्ग के लिए अलग-अलग कटऑफ रखी गई है:
- टीएसपी क्षेत्र के एसटी और सहरिया जनजाति के लिए 36%
- एससी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस के लिए 55%
- विधवा, परित्यक्ता महिलाएं, भूतपूर्व सैनिक – 50%
- दिव्यांग अभ्यर्थी – 40%
परीक्षा में ये बदलाव किए गए
- पहले 4 उत्तर विकल्प होते थे, अब 5 होंगे।
- गलत उत्तर देने पर निगेटिव मार्किंग लागू होगी।
- अगर कोई परीक्षार्थी 10% से ज्यादा प्रश्नों के लिए कोई भी विकल्प नहीं चुनता है, तो उसे अयोग्य माना जाएगा।
- अगर 10 प्रश्न अनुत्तरित छोड़ दिए, तब भी निगेटिव मार्किंग होगी।
फेस रेकग्निशन से होगी एंट्री
परीक्षा में पेपर लीक और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं।
- हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर से जांच होगी।
- बॉयोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य होगी।
- पहली बार परीक्षार्थियों की फेस रेकग्निशन (चेहरे की पहचान) होगी।
- आवेदन पत्र में लगे फोटो से चेहरा मिलाने के बाद ही परीक्षा केंद्र में एंट्री मिलेगी।
- परीक्षा केंद्र में स्टाफ के लिए भी मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा। केवल केंद्राधीक्षक को की-पैड वाला साधारण मोबाइल रखने की अनुमति होगी।