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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब डायबिटीज मरीजों के लिए बेस्ट फ्रेंड बनने जा रहा है। यह डायबिटीज का अनुमान लगाने, दवा की सही मात्रा बताने और इसे कंट्रोल करने में मदद करेगा।
डायबिटीज से हर दूसरा घर प्रभावित
- डायबिटीज एक आम बीमारी बनती जा रही है, जो आंखों, त्वचा, दिल, किडनी और शरीर के कई हिस्सों पर असर डालती है।
- अब AI इस बीमारी को रोकने और इलाज में मदद करेगा।
भोपाल में AI पंप कर रहा इंसुलिन इंजेक्ट
- भोपाल के एक निजी क्लीनिक में टाइप 1 डायबिटीज मरीजों के लिए AI पंप इस्तेमाल किया जा रहा है।
- यह ग्लूकोज लेवल चेक कर इंसुलिन की सही मात्रा खुद इंजेक्ट करता है।
- इस AI पंप की कीमत 5 लाख रुपये है, और इसे चलाने में हर महीने 20 लाख रुपये का खर्च आता है।
NIT का AI मॉडल ब्लड शुगर का अनुमान लगाएगा
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) ने AI आधारित टेक्नोलॉजी तैयार की है, जो ब्लड शुगर डेटा को प्रोसेस कर मुख्य पैटर्न की पहचान करेगी।
- इस टेक्नोलॉजी से डायबिटीज कंट्रोल करना और इलाज का खर्च कम करना आसान हो जाएगा।
AI करेगा मैथेमेटिक्स का पूरा काम
- अभी 5 टाइप 1 डायबिटीज मरीजों पर AI पंप का ट्रायल चल रहा है।
- यह शरीर के ग्लूकोज लेवल के आधार पर खुद दवा इंजेक्ट करता है।
- दुनियाभर में ऐसी कई AI टेक्नोलॉजी पर काम हो रहा है, जिससे डायबिटीज के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।