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बीजापुर, छत्तीसगढ़: नक्सल प्रभावित पुजारी कांकेर इलाके में 20 साल बाद फिर से साप्ताहिक बाजार शुरू हो गया है। इससे स्थानीय लोगों को अपनी जरूरत का सामान खरीदने और बेचने में आसानी होगी।
🔹 पहले लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी
पहले इस इलाके के ग्रामीणों को नक्सली हिंसा और आर्थिक नाकेबंदी के कारण अपने वस्त्र, खाने-पीने की चीजें और जंगल से मिलने वाली उपज बेचने के लिए 30-40 किलोमीटर दूर उसूर और तेलंगाना के चेरला तक पैदल जाना पड़ता था।
🔹 अब हालात में सुधार, बाजार फिर से शुरू
- सुरक्षा कैंपों की स्थापना और सड़क निर्माण के कारण अब लोग आसानी से ब्लॉक और जिला मुख्यालय तक पहुंच सकते हैं।
- प्रशासन और सुरक्षा बलों की मदद से पुजारी कांकेर में साप्ताहिक बाजार फिर से शुरू हुआ।
- सोमवार को स्थानीय ग्रामीणों ने खरीदारी की और अपनी उपज बेची, जिससे उनके लिए आर्थिक अवसर बढ़े।
🔹 बस सेवा और बाजार से बढ़ेगी सुविधा
अब पुजारी कांकेर में बस सेवा भी शुरू हो गई है, जिससे यह इलाका जिला मुख्यालय और अन्य इलाकों से जुड़ गया है।
- बाजार खुलने से ग्रामीणों को रोजमर्रा की चीजों के लिए लंबी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
- वे अपने ही इलाके में उपज बेचकर अधिक मुनाफा कमा सकेंगे।
👉 इस पहल से ग्रामीणों के जीवन में सुधार आएगा और इलाके में व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे।