कच्ची बस्ती की तंग गलियां, छोटा-सा कमरा और बिना किसी सुख-सुविधा के जीवन। किसी के माता-पिता की मौत हो चुकी है तो किसी को पढ़ाई के लिए मजदूरी करनी पड़ी। किसी के घरवालों ने तमाम मुश्किल हालात के बावजूद पढ़ाया, तो किसी के माता-पिता को लोगों के ताने सुनने पड़े। ऐसे कठिन हालात में भी जयपुर के जवाहर नगर की कच्ची बस्ती में रहने वाली चार होनहार लड़कियों ने यह साबित कर दिया कि कोशिश, मेहनत और लगन से कामयाबी हासिल की जा सकती है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) की 12वीं की परीक्षा में खुशी रैगर ने 93.80%, मोनिका राठौड़ ने 91.40%, मेहंदी पिंगोलिया ने 91.20% और कनिका वैष्णव ने 89.60% अंक हासिल किए हैं।
इनके संघर्ष और सफलता की कहानी जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम जवाहर नगर की कच्ची बस्ती की तंग गलियों में पहुंची। यहां चारों मेधावी छात्राएं छोटे-छोटे कमरों में रहती हैं और विमुक्ति संस्था की मदद से पढ़ाई कर रही हैं। जब इन लड़कियों से बात की गई, तो वे अपनी सफलता के पीछे माता-पिता के संघर्ष को याद कर रोने लगीं।