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जयपुर में भू माफिया द्वारा रातों-रात अवैध कॉलोनियों का निर्माण किया गया, जिसे जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने ध्वस्त कर दिया है। राजधानी के जोन-12 और जोन-पीआरएन (नोर्थ) में करीब 44 बीघा जमीन पर ये अवैध निर्माण हुए थे। JDA की कार्रवाई में 5 अवैध कॉलोनियों को गिराया गया है।
केस 1
जोन-12 के ग्राम साँचोंती, कालवाड रोड पर 4 बीघा निजी खातेदारी की कृषि भूमि पर बिना अनुमति के “दिव्या एनक्लेव 13” नाम से कॉलोनी बना दी गई थी। कॉलोनाइजर गजेन्द्र सिंह द्वारा रातों-रात सड़कों और अन्य निर्माण कार्य किए गए थे। JDA की टीम ने मौके पर पहुंचकर कॉलोनी को तोड़ दिया।
केस 2
ग्राम चंपापुरा में 12 बीघा जमीन पर “नारायण सागर” नाम से कॉलोनी बनाई जा रही थी। कॉलोनाइजर मोहन कुलारिया और रामफूल पिपलोदा ने रातों-रात सड़कें और बाउंड्रीवाल बनाई थी। सूचना मिलने पर JDA ने इसे भी ध्वस्त कर दिया।
केस 3
कालवाड़ के ग्राम मुन्डोता में 18 बीघा भूमि पर “कालवाड़ वाटिका” और “आज़ाद नगर” कॉलोनियां बनाई जा रही थीं। कॉलोनाइजर विजय सिंह राजावत ने यहां भी अवैध निर्माण किया था। JDA ने कार्रवाई कर इस कॉलोनी को भी गिरा दिया।
केस 4
कालवाड़ रोड स्थित बियानी कॉलेज के पास 10 बीघा कृषि भूमि पर “विकास नगर” नाम से कॉलोनी बनाई गई थी। कॉलोनाइजर राजू द्वारा किए गए इस निर्माण को JDA ने ध्वस्त कर दिया।
केस 5
जोन-पीआरएन (नोर्थ) के जानकी विहार में भूखंड संख्या ए-23 पर फ्रंट सेटबैक का उल्लंघन कर अवैध रूप से बालकनी बनाई गई थी, जिसे JDA ने गिरा दिया।
इस कार्रवाई से JDA ने भू माफियाओं को साफ संदेश दिया है कि जयपुर में अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।