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सार:
दिल्ली और एनसीआर में इस बार की हवा दमघोंटू नहीं रही है। दिवाली पर आतिशबाजी का जहर कम होने के कारण दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली सुधार हुआ है। जबकि नोएडा में हवा सबसे साफ रही है।
विस्तार:
दिल्ली में शनिवार सुबह एक्यूआई 227 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। एनसीआर के अन्य हिस्सों, जैसे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी प्रदूषण फैला हुआ है, लेकिन इस बार हवा थोड़ी कम जहरीली रही।
दिल्ली में लोधी रोड पर एक्यूआई 227 है, वहीं अक्षरधाम मंदिर के पास धुएं की परत छाई हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है ताकि प्रदूषण कम किया जा सके।
200 मोबाइल एंटी स्मॉग गन तैनात
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए 200 मोबाइल एंटी स्मॉग गन तैनात की हैं। गोपाल राय ने कहा कि दिवाली के बाद प्रदूषण कम हुआ है, फिर भी हमें सतर्क रहना चाहिए। अगर किसी निर्माण स्थल से धूल या धुआं उठता है, तो उसे ग्रीन दिल्ली ऐप पर रिपोर्ट करें।
सांस की बीमारियों का बढ़ता खतरा
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग सांस की बीमारियों से परेशान हैं। एक सर्वे में पता चला है कि 69% परिवारों में किसी को गले में खराश की समस्या है।
पांच साल में सबसे साफ हवा
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट में दिवाली पर जमकर आतिशबाजी हुई, लेकिन इसके बावजूद वायु गुणवत्ता का सूचकांक पिछले पांच साल में सबसे कम रहा। इस साल दिवाली के दिन तेज हवा चलने के कारण प्रदूषण कम हुआ।
गुरुग्राम में भी कम हुआ एक्यूआई
गुरुग्राम में भी इस बार एक्यूआई में कमी आई है, हालांकि यह अभी भी बेहद खराब श्रेणी में है। इस बार एक्यूआई 309 दर्ज किया गया, जो पिछले सालों की तुलना में बेहतर है। विशेषज्ञों का मानना है कि तेज हवा से प्रदूषित कण एक जगह नहीं ठहर पाए, जिससे लोगों को राहत मिली।