जयपुर में शादी सीजन के दौरान जेडीए और नगर निगम द्वारा जारी किए गए नोटिसों ने मैरिज गार्डन संचालकों और शादी वाले घरों में चिंता बढ़ा दी है। राजधानी में करीब 1,400 मैरिज गार्डन हैं, जिनमें से लगभग 70% को अब तक जेडीए या निगम से नोटिस मिल चुका है। इन नोटिसों में संचालकों से तीन दिन में जवाब देने के लिए कहा गया है। जवाब न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या
ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड (टीसीबी) की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि कई मैरिज गार्डनों में पर्याप्त पार्किंग नहीं होने के कारण सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग जाती हैं और जाम की स्थिति बनती है। कई लोग जाम में फंसने के कारण परेशानी का सामना करते हैं। इसलिए, जेडीए ने बिना उचित पार्किंग वाले विवाह स्थलों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला लिया है।
शादी सीजन में नोटिस से बढ़ी परेशानी
शादी सीजन के ठीक पहले नोटिस जारी कर जेडीए ने संचालकों और शादी वाले घरों में असुरक्षा का माहौल बना दिया है। लोगों का मानना है कि यह कार्रवाई शादी सीजन शुरू होने से पहले की जानी चाहिए थी ताकि मौजूदा समय में परेशानियां न बढ़ें।
कार्रवाई का आधार
जेडीए का कहना है कि बायलॉज के अनुसार विवाह स्थल संचालित हो रहे हैं या नहीं और पार्किंग व्यवस्था है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। यदि विवाह स्थल कृषि भूमि पर चल रहे हैं, तो यह नियमों के खिलाफ है। पिछली दो टीसीबी बैठकों में ट्रैफिक पर इसका असर होने का मुद्दा भी उठाया गया था।
मुख्यमंत्री से मुलाकात की योजना
राजस्थान टेंट डीलर्स किराया व्यवसाय समिति के चेयरमैन रवि जिंदल का कहना है कि नगर निगम में सालाना फीस जमा करने के बाद अब जेडीए के नोटिस से डर का माहौल बनाया जा रहा है। समिति के लोग इस मामले में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे।