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सागर:
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) के एमआईसीयू में बीड़ी से भड़कने वाली आग के बाद प्रबंधन ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। यह कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट डीन डॉ. पीएस ठाकुर को सौंपेगी। घटना के बाद सुरक्षा को लेकर भी सख्ती बरती जा रही है।
जांच समिति करेगी जिम्मेदारी तय
प्रबंधन ने इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है।
- अध्यक्ष: डॉ. देवेंद्र अहिरवार
- सदस्य: डॉ. प्रेमचंद अहिरवार और डॉ. एसपी सिंह
समिति यह जांच करेगी कि बीड़ी और माचिस वार्ड में कैसे पहुंची और किसकी लापरवाही से यह घटना हुई। सीसीटीवी फुटेज का सहारा लेकर सबूत जुटाए जाएंगे।
बीड़ी-गुटखा जब्ती की सख्ती
घटना के बाद बीएमसी प्रबंधन ने अस्पताल परिसर में बीड़ी, गुटखा और माचिस पर सख्ती शुरू कर दी है।
- ओपीडी के मुख्य गेट पर सुरक्षाकर्मी मरीजों और परिजनों की जेबें चेक कर रहे हैं।
- गुरुवार को 20 मिनट में ही गुटखा, बीड़ी और माचिस का पूरा बॉक्स भर गया।
हालांकि, सुरक्षाकर्मियों की कमी के चलते यह सख्ती औपचारिक लग रही है।
घटना का विवरण
मंगलवार रात 1 बजे एमआईसीयू में भर्ती एक मरीज ने बीड़ी पीने की इच्छा जाहिर की। उसकी पत्नी ने उसे बीड़ी सुलगाकर दी, जिससे आग लग गई।
- मरीज गंभीर रूप से झुलस गया।
- अन्य मरीजों की जान भी खतरे में पड़ गई थी।
सुरक्षाकर्मियों की कमी
- अस्पताल में केवल 48 सुरक्षाकर्मी हैं।
- तीन शिफ्टों में 19, 13 और 13 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
- सुरक्षा बढ़ाने के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या दोगुनी करने की योजना अब तक पूरी नहीं हुई।
मीडिया प्रभारी का बयान
डॉ. विशाल भदकेरिया ने कहा,
- जांच कमेटी तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।
- बीड़ी-सिगरेट और गुटखा पर रोक लगाने के लिए मरीजों और परिजनों को समझाइश दी जा रही है।
- सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया जारी है।