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बिलासपुर में कांग्रेस पार्टी के भीतर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने पूर्व महापौर राजेश पांडे को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्हें 24 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
बैठक में हुआ विवाद
बुधवार को पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज की मौजूदगी में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस भवन में बैठक आयोजित की गई थी। बैठक के दौरान कुछ नेताओं ने शिकायत की कि उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया। इस मुद्दे को लेकर बैठक के बाद राजेश पांडे और अन्य नेताओं ने पीसीसी अध्यक्ष से बातचीत की।
इसी बीच, प्रभारी महामंत्री सुबोध हरितवाल ने टिप्पणी कर दी, जिससे राजेश पांडे और अन्य नेता भड़क गए। मामला बहस से बढ़कर गाली-गलौच और धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। हालांकि, जिला पदाधिकारियों ने इसे हल्की नोकझोंक बताया था।
राजेश पांडे को नोटिस जारी
गुरुवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडे ने राजेश पांडे को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया। नोटिस में कहा गया कि राजेश पांडे ने प्रभारी महामंत्री सुबोध हरितवाल के साथ दुर्व्यवहार किया, जो पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है। जवाब संतोषजनक न मिलने पर निलंबन या निष्कासन की कार्रवाई की जा सकती है।
राजेश पांडे का जवाब
नोटिस मिलने के बाद राजेश पांडे ने कहा कि अगर कांग्रेस का कार्यकर्ता पार्टी के फोरम में अपनी बात नहीं रखेगा, तो और कहां रखेगा। उन्होंने कहा कि वह पीसीसी अध्यक्ष से बात कर रहे थे, फिर प्रभारी महामंत्री को बुरा क्यों लगा। उन्होंने नोटिस का जवाब देकर अपनी बात रखने की बात कही।
यह मामला अब पार्टी के अनुशासन और आंतरिक समन्वय के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।