खेल के मैदान में तबाही
गिनी के दूसरे सबसे बड़े शहर एन’जेरेकोर में रविवार को फुटबॉल मैच के दौरान हिंसा भड़क गई। फैंस के बीच हुई झड़प में बड़ी संख्या में लोग मारे गए। एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल में शवों की लाइन लगी है और मुर्दाघर पूरी तरह भर चुका है। करीब 100 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस स्टेशन में आगजनी
घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें सड़कों पर भगदड़ और जमीन पर पड़े शव नजर आ रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने एन’जेरेकोर पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया।
विवादित निर्णय से भड़की हिंसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हिंसा मैच के रेफरी के एक विवादित निर्णय के बाद शुरू हुई। नाराज फैंस ने पिच पर हमला बोल दिया। यह मैच गिनी के सैन्य नेता ममादी डौंबौया के सम्मान में आयोजित टूर्नामेंट का हिस्सा था।
डौंबौया और गिनी की राजनीतिक स्थिति
डौंबौया ने सितंबर 2021 में गिनी के राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को सत्ता से हटा दिया और खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय दबाव में 2024 तक सत्ता नागरिक सरकार को सौंपने का वादा किया था, लेकिन अब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा नहीं करेंगे।
गिनी की चुनौतियां
डौंबौया ने हाल ही में खुद को सेना का जनरल नियुक्त किया है और कई विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया या निर्वासन के लिए मजबूर किया है। गिनी प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद गरीबी और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। एन’जेरेकोर में हुए इस संघर्ष ने देश की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
निष्कर्ष
फुटबॉल जैसे खेल में हिंसा का यह स्तर गिनी की सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं की ओर इशारा करता है। अब देखना होगा कि इस संकट से निपटने के लिए सरकार क्या कदम उठाती है।