Related Articles
सरमथुरा (धौलपुर): पड़ोसी जिले करौली से स्मैक का कारोबार अब सरमथुरा में तेजी से फैल रहा है। इस नशे के जाल में फंसकर कई परिवार और युवा बर्बाद हो रहे हैं। नई पीढ़ी के भविष्य को नशे से बचाने के लिए पुलिस ने विशेष अभियान शुरू किया है।
स्मैक तस्कर गिरफ्तार, 7 ग्राम स्मैक बरामद
सरमथुरा पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान स्मैक तस्करी करने वाले आरोपी को पकड़ा। आरोपी गीतेश उर्फ जीतेश (23) निवासी खरौली, सरमथुरा, से 7 ग्राम स्मैक बरामद की गई। थाना प्रभारी अनूप सिंह चौधरी ने बताया कि यह युवक करौली और आसपास के इलाकों में स्मैक की सप्लाई करता है। पूछताछ में यह पता चला कि आरोपी का नेटवर्क करौली, गंगापुर सिटी और अन्य क्षेत्रों तक फैला हुआ है।
पुलिस का अभियान जारी
सरमथुरा पुलिस ने हाईवे पर बड़ागांव और डौमपुरा के बीच सघन चेकिंग की। इसी दौरान आरोपी गीतेश को गिरफ्तार किया गया। वह पैदल भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए उसे पकड़ लिया। तलाशी के दौरान उसकी पैंट की जेब से स्मैक की पुड़िया मिली। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मादक पदार्थ जब्त कर लिया है।
करौली में बढ़ता नशे का कारोबार
पिछले पांच सालों में करौली में स्मैक का नशा तेजी से बढ़ा है। यहां 20 से 40 साल के युवाओं के साथ स्कूल और कॉलेज के छात्र भी स्मैक के जाल में फंस रहे हैं। करौली से सरमथुरा तक का इलाका नशे का बड़ा केंद्र बन गया है। पुलिस ने सरमथुरा की सीमा पर सख्त निगरानी शुरू की है, क्योंकि यह इलाका करौली से सटा हुआ है।
स्मैक के लक्षण और खतरनाक प्रभाव
मनोचिकित्सक डॉ. विक्रांत गोयल ने बताया कि स्मैक का सेवन करने वाले लोगों में घबराहट, बेचैनी, अनिद्रा, मानसिक अस्थिरता, त्वचा पर धब्बे, होठों का कालापन और अवसाद जैसे लक्षण दिखते हैं। यह नशा कुछ समय के लिए दिमाग को शांत करता है, लेकिन बाद में गंभीर बीमारियों का कारण बनता है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही है और युवाओं से अपील की है कि वे इस खतरनाक जाल से दूर रहें। स्मैक का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए घातक है, बल्कि यह पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है।