दमोह नगर पालिका के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओ) प्रदीप शर्मा ने शहर में बकाया कर वसूली के लिए वार्ड मुहर्रिरों को उनके अतिरिक्त कार्यों से मुक्त कर दिया है। 4 नवंबर को प्रकाशित एक खबर के बाद, जिसमें बताया गया था कि हैंडपंप सुधारने वाले मिस्त्री और जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों से कर वसूली की जा रही थी, सीएमओ ने यह कदम उठाया।
राजस्व विभाग ने नगर पालिका के ऑनलाइन ई-नगर पालिका पोर्टल पर संपत्ति कर और अन्य शुल्कों को गलत तरीके से प्रदर्शित होते पाया। इसके बाद, सीएमओ ने आदेश दिया कि सभी वार्ड मुहर्रिरों को उनके अतिरिक्त कार्यों से मुक्त कर दिया जाए और उन्हें उनके मूल पदों पर वापस भेजा जाए।
अब, इन कर्मचारियों को 10 दिनों के भीतर अपना चार्ज लिखित रूप में आरआई पाठक की उपस्थिति में एआरआई को सौंपना होगा। इस दौरान, वे लोक अदालत में अधिकतम वसूली के प्रयास करेंगे। अगर कोई कर्मचारी अपने कर्तव्यों में लापरवाही करेगा या वसूली का प्रयास नहीं करेगा, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।