लखनऊ में शनिवार को KGMU के 120वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। उन्होंने छात्रों को सम्मानित किया और संस्थान के योगदान की सराहना की।
सीएम के मुख्य संदेश:
- पैसे की कमी नहीं: सीएम ने कहा कि सेवाओं को बेहतर बनाने पर ध्यान दें। सरकार हर संसाधन उपलब्ध करा रही है।
- मरीजों से अच्छा व्यवहार: ध्यान रखें कि कोई भी मरीज निराश होकर वापस न जाए। डॉक्टर का अच्छा व्यवहार बीमारी से भी अधिक याद रहता है।
- भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई: उन्होंने कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार पर प्रहार किया है। समयबद्ध तरीके से काम करना जरूरी है।
कोरोना काल की मिसाल:
सीएम ने कोरोना महामारी के दौरान KGMU के योगदान की तारीफ की। उन्होंने बताया कि संकट के समय संस्थान ने मिसाल पेश की। कुछ डॉक्टरों ने अपनी जिम्मेदारियां निभाने में कमी की, जिन्हें निलंबित किया गया।
तकनीक और चिकित्सा में तालमेल:
सीएम ने तकनीक और चिकित्सा के मिलकर काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्चुअल आईसीयू, टेलीमेडिसिन और मरीजों की स्क्रीनिंग जैसे कदम उठाने होंगे।
भविष्य की योजनाएं:
- सर्जरी के लिए 377 करोड़ रुपये का नया भवन।
- फायर सिक्योरिटी के लिए 70 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत।
- IIT कानपुर के साथ मिलकर डाटा सेंटर की स्थापना।
सेवा और शिक्षा में सुधार:
सीएम ने कहा कि डॉक्टर की सबसे बड़ी ताकत उसकी संवेदनशीलता है। सेवा और शिक्षा में उच्च मानक तय करें और अगले 3-5 सालों के लक्ष्य बनाएं।
कार्यक्रम में सीएम ने KGMU के गौरवशाली इतिहास और इसके भविष्य में योगदान को लेकर सकारात्मक संदेश दिया