Related Articles
रिलायंस का बड़ा निवेश:
राइजिंग इन्वेस्टमेंट समिट के बाद रिलायंस कंपनी ने राजस्थान में सोलर और ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में करीब 1 लाख करोड़ रुपए के निवेश की योजना बनाई है। कंपनी ने सोलर पार्क के लिए 1 लाख एकड़ जमीन की मांग की है। ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए पानी की आवश्यकता होगी, जिसे किसी बांध या झील से उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है।
जमीन और पानी आवंटन पर काम:
- जमीन और पानी के आवंटन के लिए उद्योग, रीको, जल संसाधन, और राजस्व विभाग साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
- कंपनी फिलहाल गुजरात में सोलर प्रोजेक्ट पर काम कर रही है।
सीएम का प्रयास और सरकारी मंजूरी:
सीएम भजनलाल शर्मा के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने पीएम कुसुम योजना के तहत 5000 मेगावाट अतिरिक्त सोलर ऊर्जा के लिए मंजूरी दी है।
- इससे राज्य में सोलर पैनल लगाने पर केंद्र से सब्सिडी मिलेगी।
- 2027 तक सभी किसानों को दिन में बिजली देने का लक्ष्य पूरा होगा।
प्रोजेक्ट की स्थिति:
- रिन्यूएबल एनर्जी:
- सोलर एनर्जी के लिए जैसलमेर, बीकानेर, जालौर, बाड़मेर और जोधपुर में जमीन तलाशी जा रही है।
- कंपनी ने सोलर पैनल और उपकरण निर्माण के लिए गुजरात में यूनिट लगाई है।
- ग्रीन हाइड्रोजन:
- पानी की जरूरत को ध्यान में रखते हुए ऐसे स्थानों की पहचान की जाएगी, जहां पानी आसानी से उपलब्ध हो सके।
अन्य कंपनियां भी कतार में:
रिलायंस के अलावा अडाणी, टोरेंट, एकमे, रिन्यू, अवाडा एनर्जी और एचएमईएल जैसी बड़ी कंपनियां भी ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट लगाने के लिए राज्य सरकार से जमीन मांग रही हैं।
क्लीन एनर्जी पॉलिसी के लाभ:
नई क्लीन एनर्जी पॉलिसी के तहत कंपनियों को 10 साल तक ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन चार्ज से छूट जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।