सिरोही के काकेन्द्रा गांव में भानाराम भील के 6 बच्चों में से तीन बच्चों की बीते 10 दिनों में अज्ञात बीमारी से मौत हो गई। इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और गांव के लोग भी भयभीत हैं। बताया जा रहा है कि ये मौतें डेंगू से हुई हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट से ही असली वजह सामने आएगी। इस बीमारी से जूझ रहे परिवार के अन्य सदस्य भी अस्पताल में भर्ती हैं।
परिवार और गांव में मातम
भानाराम भील की 13 वर्षीय बेटी देवू कुमारी गुजरात के पालनपुर अस्पताल में गंभीर हालत में है। अन्य दो बच्चों, रवि और गुड़िया, तथा पिता भानाराम को सिरोही के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल
पूर्व विधायक संयम लोढा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर यह भी कहा कि एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत प्रशासनिक व्यवस्था की नाकामी को दर्शाती है।
सरकारी तंत्र पर आलोचना
गांव में सरकारी कर्मचारियों की मौजूदगी के बावजूद 10 दिनों तक किसी ने बच्चों की इस बीमारी का संज्ञान नहीं लिया, जो सरकारी तंत्र की असफलता पर कई सवाल उठाता है।
मृत बच्चों के नाम
- गोपाल (5 वर्ष)
- आशा कुमारी (2 वर्ष)
- जिया कुमारी (7 वर्ष)
अस्पताल में भर्ती लोग
- देवू कुमारी (13 वर्ष) – पालनपुर, गुजरात में
- रवि और गुड़िया – सिरोही अस्पताल में
- पिता भानाराम