Related Articles
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी (JHU):
अमेरिका की प्रतिष्ठित जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी जल्द ही भारत में अपना सेंटर खोलने की तैयारी कर रही है। यह यूनिवर्सिटी मेरीलैंड राज्य के बाल्टीमोर में स्थित एक प्राइवेट रिसर्च यूनिवर्सिटी है और इसे दुनिया की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी में गिना जाता है।
JHU भारत में खोलेगी कैंपस
भारत में टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज के सेंटर खोलने का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में अब जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी का नाम भी जुड़ गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने JHU के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। चर्चा में भारत में यूनिवर्सिटी का कैंपस खोलने और रिसर्च व अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।
JHU का स्थान और विशेषताएं
- जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी दुनिया की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटीज में शुमार है।
- यह यूनिवर्सिटी QS World University Ranking 2025 में 32वें स्थान पर है।
- मेडिकल के अलावा MBA, इंजीनियरिंग, और बिजनेस मैनेजमेंट जैसे कई प्रतिष्ठित कोर्स यहां पढ़ाए जाते हैं।
- यह छात्रों के लिए एक वैश्विक शिक्षा केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है।
शिक्षा मंत्री से हुई मुलाकात
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से यूनिवर्सिटी के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। चर्चा की अध्यक्षता यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष रोनाल्ड के. डेनियल ने की। इस बैठक में भारत और जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के बीच रिसर्च व अकादमिक क्षेत्र में साझेदारी को और मजबूत करने पर जोर दिया गया।
भारत में केंद्र खुलने के फायदे
- भारतीय छात्रों को दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
- रिसर्च और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत और JHU के बीच सहयोग बढ़ेगा।
- छात्रों को मेडिकल और अन्य विषयों में अंतरराष्ट्रीय स्तर की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा।
जल्द ही भारत में इस यूनिवर्सिटी का कैंपस खुलने से छात्रों में दाखिले के लिए होड़ मचने की संभावना है।