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10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त नियम लागू
माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इस बार परीक्षा केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की सिलाई खुली, पेज कम या फटी हुई उत्तर पुस्तिका किसी भी छात्र को नहीं दी जाएगी। अगर किसी छात्र की उत्तर पुस्तिका से छेड़छाड़ पाई गई तो उसे नकल का मामला मानकर कार्रवाई होगी।
क्या हैं बोर्ड के नए नियम?
- उत्तर पुस्तिका की सिलाई उखड़ी या पेज फटे हुए मिले तो वह कॉपी मान्य नहीं होगी।
- ऐसी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा, बल्कि छात्र पर नकल का मामला दर्ज होगा।
- छात्रों को अपनी उत्तर पुस्तिका संभालकर रखनी होगी और किसी भी तरह की छेड़छाड़ से बचना होगा।
- अगर उत्तर पुस्तिका खराब हो तो तुरंत केंद्राध्यक्ष से शिकायत कर नई कॉपी लेनी होगी।
परीक्षा में पारदर्शिता लाने का फैसला
बोर्ड ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि पहले कई बार नकल के लिए उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़ करने की शिकायतें मिली थीं। कुछ छात्र पृष्ठ बदलकर या अतिरिक्त पेज जोड़कर उत्तर पुस्तिका जमा कर देते थे। इस वजह से बोर्ड ने इस बार कड़े निर्देश जारी किए हैं ताकि परीक्षा में पारदर्शिता बनी रहे और नकल पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
शिक्षकों को भी निर्देश
बोर्ड ने शिक्षकों को भी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करने और किसी गड़बड़ी की सूचना तुरंत केंद्राध्यक्ष को देने के निर्देश दिए हैं।
छात्र रहें सतर्क
छात्रों को सलाह दी गई है कि उत्तर पुस्तिका मिलने के बाद तुरंत जांच करें। अगर सिलाई उखड़ी हो या पेज कम हों तो तुरंत परीक्षा केंद्र के प्रभारी को बताएं और नई उत्तर पुस्तिका लें। किसी भी तरह की छेड़छाड़ से बचें, वरना नकल का मामला दर्ज हो सकता है।
इस साल परीक्षा में 44 हजार छात्र शामिल होंगे
जिले में इस बार 10वीं और 12वीं की परीक्षा में करीब 44 हजार छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं। परीक्षा को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।