अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में रघुनाथगढ़ के पास तेलिया का बास गांव में पुलिस दबिश के दौरान एक माह की मासूम बच्ची की मौत का मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है। मंगलवार को कई नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इसी बीच अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं मिले चोट के निशान
एमआईए थाना प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के शरीर पर किसी भी तरह की चोट या फ्रैक्चर नहीं मिला है। अब मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए विसरा को एफएसएल और हिस्टोपैथोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा गया है।
जांच अधिकारी ने किया मौका मुआयना
इस मामले की जांच के लिए एमआईए थाना प्रभारी भूपेंद्र सिंह को नियुक्त किया गया है। उन्होंने उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां पर पुलिसकर्मी के पैर से दबकर बच्ची की मौत होने की बात कही जा रही है। जांच अधिकारी ने नक्शा रिपोर्ट तैयार की और पीड़ित परिवार से बयान लेने के लिए समय मांगा गया। रामगढ़ सीओ सुनील शर्मा भी नौगांवा थाने पर मौजूद रहे।
प्रशासनिक जांच अभी शुरू नहीं
इस घटना के बाद हेड कांस्टेबल जगवीर और गिरधारी तथा कांस्टेबल ऋषि सुनील और शाहिद को एसपी ने तुरंत लाइन हाजिर कर दिया। इसके अलावा हेड कांस्टेबल जगवीर और गिरधारी के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया।
इस प्रकरण की प्रशासनिक जांच पुलिस उपाधीक्षक यातायात मुकेश चौधरी को सौंपी गई है, लेकिन वे बाहर होने के कारण जांच शुरू नहीं हो सकी है।