बरेली: खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) अवनीश प्रताप सिंह पर रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि अफसर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल, बीईओ को मुख्यालय अटैच कर दिया गया है लेकिन उनके निलंबन को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
ड्राइवर पकड़ा गया, बीईओ मौके से फरार
बिथरी चैनपुर के गांव सैदपुर कुर्मियान के पीएम श्री विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद इलियास ने बीईओ अवनीश प्रताप सिंह के खिलाफ रिश्वत की शिकायत की थी।
- 20 फरवरी को एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए बीईओ के ड्राइवर वीरपाल को 5000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
- लेकिन, बीईओ मौके से भाग निकले और गिरफ्तारी से बच गए।
सस्पेंशन पर अभी भी सस्पेंस
- घटना के बाद बीएसए संजय सिंह ने बीईओ को ब्लॉक से हटाकर मुख्यालय अटैच कर दिया।
- बीईओ अब मेडिकल लीव पूरी कर लौट आए हैं, लेकिन अभी तक ब्लॉक में बहाल नहीं किए गए हैं।
जांच जारी, लेकिन कार्रवाई में देरी
✅ बीएसए संजय सिंह ने बताया कि विभागीय जांच जारी है और एंटी करप्शन टीम भी बीईओ की भूमिका की जांच कर रही है।
✅ पुलिस जांच रिपोर्ट के बाद चार्जशीट दाखिल करेगी, तब गिरफ्तारी और निलंबन की कार्रवाई संभव होगी।
✅ जांच में एक और आरोपी देव का नाम सामने आया है, जिसे पुलिस चार्जशीट में शामिल कर सकती है।
कार्रवाई में देरी पर उठे सवाल
शिक्षा विभाग की ढीली कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अब तक कोई सख्त कदम न उठाना, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने जैसा है।
इस मामले में शिक्षा विभाग और पुलिस पर निष्पक्ष कार्रवाई करने का दबाव बढ़ता जा रहा है।