मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को करौली, दौसा और भरतपुर जिलों में भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने करौली के सरकारी कॉलेज में अधिकारियों के साथ बैठक की और राहत कार्यों को तेजी से करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने दौसा जिले में लवाण, राहुवास, निर्झरना, लालसोट; करौली जिले में करौली, सपोटरा, हिण्डौन सिटी; और भरतपुर जिले में महरावर, समोगर, धुरैरी, महुआली, नहरौली, थाना डांग, चहल, सिंघाडा, सीदपुर, पुराबाई खेडा और नदी गांव का हवाई सर्वे किया।
उन्होंने अधिकारियों को सुनिश्चित करने को कहा कि प्रभावित लोगों को पेयजल, खाद्य सामग्री, दूध, चिकित्सा जैसी जरूरी सुविधाओं की कमी न हो। टूटी सड़कों की मरम्मत और बाधित बिजली आपूर्ति को तुरंत बहाल करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में कई उच्च पदस्थ अधिकारी मौजूद थे, जिनमें एसीएम आनंद कुमार, एसीएस शिखर अग्रवाल, प्रभारी सचिव आशुतोष एटी पेडणेकर और अन्य शामिल थे।
बाणगंगा नदी में डूबे युवकों के परिजनों से मुलाकात
मुख्यमंत्री ने बाणगंगा नदी में डूबे युवकों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता राशि दी है। उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिए कि परिजनों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाए और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने भरतपुर जिले में गंभीर नदी के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी और जलभराव वाले क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि बारिश के दौरान लोगों को जलस्रोतों के पास जाने से रोका जाए।