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लखनऊ – इस बार धनतेरस के मौके पर राजधानी लखनऊ में बाजारों में करीब 5000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। सोने-चांदी के प्रति लोगों का आकर्षण इस साल भी बरकरार रहा। पिछले साल की तुलना में इस बार 800 करोड़ रुपये ज्यादा के आभूषण बिके।
लखनऊ के हजरतगंज, अमीनाबाद, चौक, आलमबाग, गोमतीनगर, महानगर और यहियागंज जैसे बाजारों में धनतेरस पर देर रात तक भीड़ बनी रही। अनुमान के मुताबिक, लखनऊ के सराफा बाजार में इस बार लगभग 2000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जो पिछले साल के 1200 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है। इस बार आभूषणों के बजाय बुलियन गोल्ड और सिल्वर (सिक्के, बिस्किट) की खरीदारी ज्यादा हुई।
रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल में भी हुई बढ़त
शहर में इस बार रियल एस्टेट सेक्टर में लगभग 1000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जो पिछले साल के मुकाबले 25% ज्यादा है। वहीं, ऑटोमोबाइल सेक्टर में लखनऊ के निवासियों ने करीब 600 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें 12000 से अधिक दोपहिया वाहन और 3000 कारें बिकीं।
व्यापार की स्थिति
- सराफा बाजार: 2000 करोड़ से ज्यादा का कारोबार, कुल कारोबार का 40% हिस्सा
- रियल एस्टेट: 1000 करोड़ से ज्यादा, 20% हिस्सेदारी
- ऑटोमोबाइल सेक्टर: 500 करोड़ से ज्यादा, 10% हिस्सेदारी
- मिठाई, मेवे और गिफ्ट आइटम: 500 करोड़ से ज्यादा, 10% हिस्सेदारी
- इलेक्ट्रॉनिक आइटम और गैजेट्स: 250 करोड़ से ज्यादा, 5% हिस्सेदारी
- कपड़े: 120 करोड़ से ज्यादा, 2.5% हिस्सेदारी
- बर्तन: 100 करोड़ से ज्यादा, व्यापारियों के अनुसार
इस तरह धनतेरस पर लखनऊ के बाजारों में बड़ी मात्रा में कारोबार हुआ, जिसमें हर सेक्टर ने अपने हिस्से का योगदान दिया।