जोधपुर : जोधपुर(Jodhpur) के एक शहर में एक बुजुर्ग का शव (Dead body of old man) चार से पांच दिन तक फांसी के फंदे से लटका रहा।
हैरान करने वाली यह बात है कि शहरी इलाका होने के बाद भी किसी को इसका पता नहीं चला। चार-पांच दिन बाद जब शव से महक़ आने लगी तब आसपास के लोगों को पता चला. इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित दी. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्ज में लिया और उसे स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. शव की अभी पहचान नही हो पाई है। पुलिस पूरे मामले की जांच में लगी है।
चार से पांच दिन पुराना है शव
मामला जोधपुर के रातानाडा पुलिस थाना इलाके से जुड़ा है. वही रेलवे स्टेडियम के पास वर्कशॉप के एक गोदाम में रविवार को देर शाम एक वृद्ध का शव फंदे पर लटका हुआ मिला. शव चार से पांच दिन पुराना होने के कारण बुरी तरह से बदबू आ रहा था. फिर वहां के एक स्थानीय व्यक्ति की सूचना पर पुलिस वहां पर पहुंची और जांच किया साथ ही बुजुर्ग की शव को फंदे से उतरवाकर स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया।
रातानाडा के थानाधिकारी भरत रावत ने बताया कि अभी तक कोई जानकारी पता नही चला है मृतक के बारे में, रेलवे वर्कशॉप में ठेके लेने वाले शख्स जिसका नाम नवीन है उसने इसके बारे में पुलिस को सूचित दिया। नवीन ने पुलिस को बताया कि वह रेलवे में ठेके लेता है.वह अपने गोदाम के लिए सुरेश नाम के एक व्यक्ति को नौकरी पर रखा हुआ है. पर सुरेश के जरूरी काम होने के कारण वह गांव चला गया. तब उसने अपने किसी पहचान के के व्यक्ति जिसकी नाम लक्ष्मण है उसको गोदाम की चौकीदारी के लिए लगा दिया था।
क्या है पूरा मामला
वही थानाधिकारी रावत ने पूरे मामले की जानकारी दी उन्होने बताया कि बुजुर्ग ने रस्सी से फंदा बनाकर छत में लगे लोहे के पाइप से फांसी लगा ली थी. शव चार से पांच दिन पुराना होने से पूरी तरह खराब हो चुका है. वही सुरेश जो ठेकदार का काम करता है, उसका भी फोन बंद आ रहा है. जिसके कारण अभी तक शव की पहचान नहीं हो पाई है. वही शव को कार्रवाई के लिए एमजीएच की मोर्चरी में रखवाया गया है. बुजुर्ग की उम्र लगभग 60 साल थी।