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टीकमगढ़ में कचरा प्रबंधन की स्थिति बेहद खराब हो गई है। नगरपालिका ने कचरा प्रबंधन के लिए कचरा संग्रहण केंद्र तो बनाए थे, लेकिन उनकी मशीनें और उपकरण खराब हो गए हैं। अब यह केंद्र गंदगी से भरे हुए हैं और कचरा जमा करने का काम ठीक से नहीं हो पा रहा है। कचरे में धूल, मिट्टी, कागज, कपड़ा, प्लास्टिक, लकड़ी, धातु के टुकड़े, और सड़े-गले पदार्थ मिलकर सड़क और केंद्र की खाई में फेंके जा रहे हैं।
खाद बनाने के टैंक खाली पड़े हैं
कचरा से खाद बनाने के लिए बनाए गए टैंक खाली पड़े हैं। शुभारंभ के दौरान जो खाद भरी गई थी, वही आज तक वहीं पड़ी है। फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट और अन्य उपकरण भी उपयोग में नहीं लाए जा रहे हैं, जबकि इनका उद्देश्य खाद बनाने का था।
प्रोसेसिंग यूनिट भी खराब
कचरा संग्रहण केंद्र में मटेरियल रिकवरी फिसलिटी सेंटर भी है, जिसमें कचरे की प्रोसेसिंग होती थी। यहां टेक्नोलॉजी से कचरे को अलग करने और पुनः उपयोग करने का काम होना चाहिए था, लेकिन यह यूनिट भी अब खराब हो चुकी है।
कंपोस्टिंग मशीनें भी खराब
केंद्र में रखी कंपोस्टिंग मशीनें भी खराब हो रही हैं, जो गीला और सूखा कचरा से खाद बनाती थीं। इनका उपयोग नहीं हो रहा है, जबकि कचरे को नियमित रूप से उठाया जा रहा है।
फैक्ट फाइल
- कुल वार्ड: 27
- कचरा उठाने वाले वाहन: 16
- सड़क से कचरा उठाने वाले वाहन: 6
- सफाई कर्मचारियों की संख्या: 253
- प्रतिदिन निकलने वाला कचरा: 20 टन
सफाई प्रभारी का बयान
राकेश करोसिया, सफाई प्रभारी ने बताया कि शहर के सभी वार्ड और मोहल्लों की सफाई की जा रही है और डोर टू डोर गीला और सूखा कचरा उठाया जा रहा है।