अलवर में भाजपा के जिलाध्यक्ष पद पर उठे सवाल: भा.ज.पा के संगठनात्मक चुनाव में जिलाध्यक्ष पद को लेकर कई जिलों में विवाद बढ़ता जा रहा है। अलवर में भी यही स्थिति बन रही है। आठ दावेदारों में से दो नामों पर ज्यादा सहमति बन रही है।
कई पदों की घोषणा अभी बाकी: संगठन में पहले बूथ अध्यक्षों का चयन हुआ, फिर मंडल अध्यक्ष बनाए गए। 30 में से 18 मंडल अध्यक्षों ने कार्यभार संभाल लिया है, लेकिन 12 मंडल अध्यक्षों के नाम अभी तक घोषित नहीं हो पाए। सीनियर नेताओं का कहना है कि प्रांतीय कमेटी के चुनाव के बाद ही मंडल अध्यक्षों की घोषणा संभव हो पाएगी। मंडल अध्यक्षों के चयन के बाद ही जिलाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारों के नाम: जिलाध्यक्ष के लिए वर्तमान अध्यक्ष अशोक गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष संजय नरुका, पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल, पवन जैन, दिनेश गुप्ता, हरीशंकर खंडेलवाल, गोवर्धन सिंह सिसोदिया और रामोतार चौधरी जैसे नाम सामने आ रहे हैं। इनमें से दो नामों पर सबसे अधिक सहमति बन रही है और इनमें से एक का चयन किया जाएगा।
विधायकों का हस्तक्षेप: कुछ नेताओं का कहना है कि मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा में विधायकों का हस्तक्षेप था, जिससे 12 नाम अभी तक घोषित नहीं हो पाए। नेताओं का मानना है कि बड़े नेताओं को संगठन के निर्णय को स्वीकार करना चाहिए, न कि उन पर दबाव डालना चाहिए।