कोटा, जिसे शिक्षा की काशी कहा जाता है, में एक अनोखा मंदिर बन रहा है जहां देवी-देवताओं के साथ-साथ देश के महानायकों, संत-महापुरुषों और शहीदों की मूर्तियां भी स्थापित की जा रही हैं। यह मंदिर नयापुरा क्षेत्र में रिवर फ्रंट के पास स्थित कर्मयोगी भारत भवन में बनाया जा रहा है।
इस मंदिर में कुल 52 मूर्तियों की स्थापना की जाएगी, जिनमें से 45 मूर्तियां पहले ही स्थापित की जा चुकी हैं। यहां भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद जैसे शहीदों के साथ-साथ लता मंगेशकर, अमिताभ बच्चन, एपीजे अब्दुल कलाम और मदर टेरेसा जैसे महान व्यक्तित्वों की मूर्तियां भी होंगी।
इसके अलावा, भगवान राम, शिव, कृष्ण, और अन्य देवी-देवताओं के साथ महर्षि वाल्मीकि, भगवान परशुराम, और वीर तेजाजी की भी मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। मंदिर में सफेद संगमरमर से बनी प्रतिमाएं 20 इंच से लेकर छह फीट तक की ऊंचाई की होंगी।
मंदिर की एक मंजिल पर प्रमुख राजनेताओं की मूर्तियां भी लगाई जाएंगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी शामिल हैं। इस अनोखे मंदिर का उद्देश्य श्रद्धा और प्रेरणा का केंद्र बनाना है।