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छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में फिंगरप्रिंट का गलत इस्तेमाल कर फर्जी सिम कार्ड बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 7 मोबाइल फोन, 1 फिंगर स्कैनर और 53 ब्लैंक सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
कैसे करते थे ठगी?
- गिरोह के सदस्य मोबाइल सिम जारी करने के नाम पर लोगों के फिंगरप्रिंट कई बार स्कैन करते थे।
- इसके बाद उन्हीं के नाम पर फर्जी सिम कार्ड जारी कर देते थे।
- ये सिम साइबर ठगों को महंगे दामों पर बेच दी जाती थी, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन ठगी में किया जाता था।
- एक फर्जी सिम के बदले आरोपी 2000 रुपये लेते थे।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा गिरोह
- कटघोरा पुलिस और साइबर सेल की टीम को इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली थी।
- मोबाइल सिम विक्रेताओं और एजेंटों की जांच की गई।
- जांच में पता चला कि छुरी, धंवईपुर, डुड़गा और कटघोरा क्षेत्र में यह गिरोह सक्रिय था।
- पुलिस ने अलग-अलग जगहों से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी
- आर्यन डिक्सेना
- नंद किशोर डिक्सेना
- धीरेंद्र यादव
- शिवम श्रीवास
- नरेश यादव
- प्रयाग डिक्सेना
- चित्रांश अनंत
- प्रदीप यादव
पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अपने आधार कार्ड और फिंगरप्रिंट किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या अनधिकृत मोबाइल सिम विक्रेता को न दें।