CG News: शहर में चाकूबाजी की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं और अवैध शराब व गांजा की खुलेआम बिक्री को लेकर लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मुद्दे को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें गणमान्य नागरिकों ने अपनी नाराजगी जताई।
शहर में बढ़ रही आपराधिक घटनाएं
मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई, जिसमें बोर्ड परीक्षाओं और होली पर्व को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की गई।
- रात 10 बजे के बाद डीजे साउंड पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
- कुछ इलाकों में अवैध शराब और गांजा की बिक्री हो रही है, लेकिन पुलिस इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
- अब्दुल हकीम ने बताया कि उन्होंने कई बार पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एसपी ने दी कार्रवाई का भरोसा
एसपी आंजनेय वार्ष्णेय ने कहा कि यदि किसी को अवैध गतिविधियों की जानकारी है, तो वह सीधे उनके व्हाट्सएप नंबर पर सूचना दें। तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
डीजे बजाने के लिए अनुमति जरूरी
प्रशासन ने बताया कि रात 10 बजे के बाद और सुबह 6 बजे से पहले साउंड सिस्टम बजाने की अनुमति नहीं होगी।
- किसी भी जुलूस, सभा, शोभायात्रा, भंडारे या बड़े आयोजन के लिए प्रशासन से लिखित अनुमति लेनी होगी।
- यदि अनुमति पत्र नहीं दिखाया गया तो कानूनी कार्रवाई होगी और डीजे जब्त किया जाएगा।
महाशिवरात्रि में डीजे को अनुमति नहीं
बैठक में बताया गया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवजी की बारात में भी डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- समाजसेवी दीपक लखोटिया और विपिन राव पवार ने कहा कि धार्मिक त्योहारों को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाने की परंपरा रही है, लेकिन प्रशासन को जनता की भावनाओं का भी सम्मान करना चाहिए।
ऑनलाइन चाकू बिक्री पर रोक की मांग
चेंबर नेता दिनेश रोहरा ने कहा कि शहर में चाकूबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे माहौल बिगड़ रहा है।
- ऑनलाइन चाकू खरीदने और बेचने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई।
- एसपी ने कहा कि पुलिस बटंची चाकू रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगाने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
बैठक में शामिल अधिकारी और गणमान्य लोग
बैठक में एसडीएम पवन प्रेमी, तहसीलदार सूरज बंछोर, दयाराम अग्रवाल, संतोष सोनकर, राजेश साहू, शेख राजू मोमीन, इमरान मेमन, हाजी सैय्यद नवाब अली और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और अवैध गतिविधियों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि आम जनता सुरक्षित महसूस कर सके।