Related Articles
बरेली: एसएसपी अनुराग आर्य ने फर्जी दस्तावेजों से ज़मीन की वसीयत और रजिस्ट्री करने वाले गैंग पर बड़ी कार्रवाई की है। इस गैंग में रिटायर्ड चकबंदी लेखपाल, संजय ट्रांसपोर्टर और उनके साथी शामिल हैं। करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में गैंग पर एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। अब तक बरेली में इस गिरोह के खिलाफ 10 केस दर्ज हो चुके हैं।
फर्जी दस्तावेजों से करोड़ों की ठगी
किला इलाके के नंद इंफ्रा डेवलपर्स के मैनेजर कपिल कुमार अग्रवाल के मुताबिक, 2021 में पंजीकृत बैनामा के आधार पर वे बालीपुर अहमदपुर बिथरीचैनपुर की ज़मीन के मालिक हैं। खतौनी में भी उनका नाम दर्ज है। लेकिन, अमित सिंह ने 1992 की फर्जी वसीयत तैयार कराकर ज़मीन अपने नाम करवाई और फिर 2022 में इसे दूसरों को बेच दिया।
गिरोह ने कई लोगों से ठगी की
अमित सिंह, जो फिलहाल जेल में है, ने रिटायर्ड लेखपाल सावन कुमार जायसवाल के साथ मिलकर बरेली की कई जमीनों में धोखाधड़ी की। इस फर्जीवाड़े में संजय ट्रांसपोर्टर का भाई विजय कुमार अग्रवाल, मैनेजर कार्तिक त्रिपाठी, उनके बेटे रितेश अग्रवाल और भतीजे मोहित अग्रवाल भी शामिल हैं। ये लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर ज़मीन खरीदते और विवाद खड़ा करके सस्ते दामों में बेचते थे।
पहले भी हो चुकी है शिकायतें
अमित सिंह और उसके साथियों के खिलाफ पहले भी ज़मीन से जुड़े कई फर्जीवाड़े के केस दर्ज हो चुके हैं। पीड़ित ने जिलाधिकारी से शिकायत की, जिसके बाद एसएसपी ने जांच कर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी।